श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स | Shyam Ki Bansuri Dil Churane Lagee Hindi Bhajan Lyrics |
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स
| Shyam Ki Bansuri Dil Churane Lagee Hindi Bhajan Lyrics |
आधी रात बजी मीठे सुर से सजी
याद सांवल सजन की रूलाने लगी
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी
दूर बड़ा है निधिवानी
कैसे दर्शन पाउ मैं
तन से तो मैं पहुच न पाऊ
मन को पंख लगाऊ मैं
आस मन में जगी तुमसे लागे लगी
मुझे प्रीतम की बिरहा सताने लगी
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी
मधु रसीले बजे मुरलिया
प्रेम के तार हिलाये रे
मन के मरमुख छुए मुरलिया
पल पल प्रीत बढाये रे
आप की तान ये ले चली जान रे
तन मन में ज्वाला जगने लगी
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी
जल बिन मछली तड़पे ऐसे जीवन मेरा
बन के पागल दर दर डोलू कैसे मिलन हो तेरा
सांस की सांस में एक तेरी की आस में
मेरी रसना यही गीत गाने लगी
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी
तेरी राह निहारु प्यारे तुम आओ या ना आओ
विनती दमोदर की सुन लो
मुरली रोज सुनाओ
रोम ही रोम पर डाला
कैसा ये असर
मेरी नस नस में
ये धुन समान लगी
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी
श्याम की बांसुरी दिल चुराने लगी
आधी रात बजी मीठे सुर से सजी
याद सांवल साजन की रूलाने लगी