Banwaari O Mohan Murari Nirali Teri Maya Kanhai re | बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे Lyrics |
Banwaari O Mohan Murari Nirali Teri Maya Kanhai re | बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे Lyrics |
मथुरा में तने जनम लियो मचे गोकुल बधाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
जय गोविंदा जय गोपाला कृष्णा कृष्णा हरे हरे
जय गोविंदा जय गोपाला कृष्णा कृष्णा हरे हरे
आते ही कारावास के देखो स्वयं टूट गए ताले
देखो स्वयं टूट गए ताले
संकेत किया लो आ गए हर बंधन तोड़ने वाले
हर बंधन तोड़ने वाले
अष्ठम अवतार अष्ठम संतान अष्टमी हुई तेरे आने से महान
जय जय श्री कृष्णा भगवान जय जय श्री कृष्णा भगवान
हुआ बुध को प्रकट प्रभो
हुआ बुध को प्रकट बुद्धि सबकी चकराई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
जन्मदायनी देवकी मइया अर्ज सुनके पाला
श्री वासुदेव का पुत्र किन्तु कहलाया Oo नंदलाला
चन्द्र वंश का सरस चन्द्रमा कृष्णचन्द्र हैं काला
ऐसा काला रंग के जिसने जग में किया उजाला
मनमोहन तेरी जय , दे दर्शन तेरी जय
तेरी जय सौ जग में , कोई दे न दिखाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
घोड़ी झंडा पालकी जय कन्हैया लाल की
घोड़ी झंडा पालकी जय कन्हैया लाल की
बृजभूमि तेरी प्रिय भूमि हैं तेरे प्राण हैं गोपी ग्वाला
तेरे प्राण हैं गोपी ग्वाला
गौ चारण से गोविन्द तू , गौ पालन से गोपाला
गौ पालन से गोपाला
पावन तेरा नाम तू , सकल गुन धाम
राधा प्यारी के श्याम को हैं सहज प्रणाम
प्रेम भरी मुरली से प्रेम की
प्रेम भरी मुरली से प्रेम की गंगा बहाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
श्रद्धा भक्ति सहित जन्माष्टमी तेरे भक्त मनाते
शंख बजाकर कीर्तन गा कर नटवर तोहे बुलाते
खीरे का मुख काट के मोहन तुझको बहार लाते
सारा दिन उपवास करे तब तेरे दर्शन पाते
पुरुषोत्तम तेरी जय सर्वोत्तम तेरी जय
भक्तन हित पारस मणि
भक्तन हित पारस मणि तू चन्दन सुख दाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
मथुरा में तने जनम लियो मचे गोकुल बधाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
बनवारी ओ मोहन मुरारी निराली तेरी माया कन्हाई रे
जयगोविंदा जयगोपाल कृष्णा कृष्णा हरे हरे
जयगोविंदा जयगोपाला कृष्णा कृष्णा हरे हरे
श्री कृष्णा गोविन्द हरे हे नाथ नारायण वासुदेवा: