Tan Tambura Taar Man Adhbhut Hai Ye Saaj तन तम्बूरा तार मन अद्भुत है ये साज Krishna Bhajan Lyrics |
Tan Tambura Taar Man Adhbhut Hai Ye Saaj तन तम्बूरा तार मन अद्भुत है ये साज Krishna Bhajan Lyrics |
अद्भुत है ये साज,हरी के कर से बज रहा
हरी ही है आवाज ……………..
तन के तम्बूरे में दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
तन के तम्बूरे में दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
अब तो इस मन के मंदिर में, अब तो इस मन के मंदिर में
प्रभु का हुआ बसेरा, प्रभु का हुआ बसेरा
अब तो इस मन के मंदिर में, अब तो इस मन के मंदिर में
प्रभु का हुआ बसेरा, प्रभु का हुआ बसेरा
मगन हुआ मन मेरा,छूटा जनम जनम का फेरा
जनम जनम का फेरा,मन की मुरलिया में…..
मन की मुरलिया में सुर का सिंगार बोले
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
तन के तम्बूरे में दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
लगन लगी लीला धारी से,लगन लगी लीला धारी से,
जगी रे जगमग ज्योति, जगी रे जगमग ज्योति
लगन लगी लीला धारी से,जगी रे जगमग ज्योति,
जगी रे जगमग ज्योति ,राम नाम का हीरा पाया,
श्याम नाम का मोती,जगी रे जगमग ज्योति
प्यासी दो अंखियो में………………
प्यासी दो अंखियो में, आंसुओ के धार बोले
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
तन के तम्बूरे में दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम