जय काली नाश दुष्ट का करने वाली भजन लीरिक्स | Jai Maa Kali Nash Dusht Ka Karne Wali Bhajan Lyrics |
जय काली नाश दुष्ट का करने वाली भजन लीरिक्स
| Jai Maa Kali Nash Dusht Ka Karne Wali Bhajan Lyrics |
खडगम चक्र गदेषु चाप परिघन ,
शूलम् बुशुण्डिम शिरः
शङ्खं संडे धतीम् करे स्त्रिनयनम ,
सर्वांगा भूशप्टन
जय माँ काली , जय माँ काली
जान चाहे लेनी पड़े ,
जान चाहे देनी पड़े
बली हम चढ़ाएंगे
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय माँ काली , जय माँ काली
जान चाहे लेनी पड़े ,
जान चाहे देनी पड़े
बली हम चढ़ाएंगे
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
क्रोधित जब हो कापे दुनिया ,
खुश हो तोह पल में दिन फेरे
पालनहारी प्रलयना हरी ,
सब कुछ माँ हाथों में तेरे
जय काली , जय काली ,
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
नीलाश्मद्युती मत्स्य
पाददशकम् सेवे महा कलिकम
यामस्तौत् स्वपिते हरौ कमलजो
हन्तुं मधुम कैटभम्
सरे जग में है कौन ऐसा ,
आगे तेरे सर जो उठाये
कट जाते है वह सर एक दिन ,
अभिमान जिन में आ जाये
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
जान चाहे लेनी पड़े ,
जान चाहे देनी पड़े
बली हम चढ़ाएंगे
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
नाश दुष्ट का करने वाली
जय काली , जय काली ,
प्रणेता नाम प्रसिदयाकम
देवी विश्वता हरिणीम्
त्रैलोक्यवासिनीम् लोकनम् वरदा भव
जय माँ काली , जय माँ काली .