Ganpati Ki Sewa Mangal Mewa Sewa Se Sab Vighna Hare Ganesh Bhajan Hindi Lyrics | गणपति की सेवा मंगल मेवा सेवा से सब विघ्न हरे गणेश भजन हिन्दी लीरिक्स |
Ganpati Ki Sewa Mangal Mewa Sewa Se Sab Vighna Hare Ganesh Bhajan Hindi Lyrics
| गणपति की सेवा मंगल मेवा सेवा से सब विघ्न हरे गणेश भजन हिन्दी लीरिक्स |
जय दुःख हारता गजानन जय शुख करता
जयति करता धर्ता जग के रिद्धि सिद्धि के भारत
विधि सीधी दक्षिण बाम विराजे
अरु आनंद सो चवर धरे
धुप दीप और लिए आरती भक्त खड़े जैकार करे
गुड़ के मोदक भोग लगत है और मूषक चढ़े फिर
सौम्य रूप लाख श्री गणपति को
विघ्न भागे जाये दूर पर
जय दुःख हारता गजानन जय शुख करता
जयति करता धर्ता जग के रिद्धि सिद्धि के भारत
भादव मसाव सुकल चतुर्थी
दिन दोपहर भरपूर करे
लियो जन्मा गणपति प्रभु जी ने
पार्वती मन आनंद भरे
अद्भुत बागे बहे इंद्रा के
देव बघु मिल गान करें
शिव शंकर घर आनंद उपजो
नर नारी मन मोड़ भरें
जय दुःख हारता गजानन जय शुख करता
जयति करता धर्ता जग के रिद्धि सिद्धि के भरता
आणि विधाता बड़े आसान
इंद्रा अप्सरा नृत्य करें
देख रूप ब्रम्हा शिशु को
विघ्न विनाशक नाम धरें
एक दन्त गजवदन विनायक
प्रणयन रूप अनूप धरें
पग खंभा सा उदार पुष्टि है
देख चन्द्रमा हास्य करें
जय दुःख हारता गजानन जय शुख करता
जयति करता धर्ता जग के रिद्धि सिद्धि के भारत
दियो श्राप श्री चंद्र देव को
काला हीं तत्काल करें
चौदह लोक में फायर गणपति
तीन भुवन में राज्य करें
गणपति पूजन नित करने से
काम सभी निर्विघ्न सारे
पूजा कर जो गाये आरती
ताके सर यश क्षेत्र फिरें
जय दुःख हारता गजानन जय शुख करता
जयति करता धर्ता जग के रिद्धि सिद्धि के भरता
जो जान मंगल के कार्य से पहले
श्री गणेश का ध्यान धरें
कर्ज उनके सकल सफल हो
मनोकामना पूर्ण करें
गणपति की सेवा मंगल मेवा
सेवा से सब विघ्न तारे
तीन लोक के सकल देवता
द्वार खड़े निज अर्ज करे
जय दुःख हारता गजानन जय शुख करता
जयति करता धर्ता जग के रिद्धि सिद्धि के भरता