तेरा लोक गया परलोक गया भजन लिरिक्स | TERA LOK GAYA PARLOK GAYA BHAJAN LYRICS |

तेरा लोक गया परलोक गया भजन लिरिक्स
| TERA LOK GAYA PARLOK GAYA BHAJAN LYRICS |

तेरा लोक गया परलोक गया
ये मानुष तन कुछ पा ना सका
ये मानुष तन कुछ पा ना सका
दुनिया भी तेरी बन ना सकी-2
ओ मैया को भी अपना ना सका-2
तेरा लोक गया परलोक गया...

तूने साथी कई बनाये है
कई मोह के जाल बिछाये है
तू उलझ गया ईस उलझन मे-2
इस जाल से बाहर आ ना सका-2
तेरा लोक गया परलोक गया...

पहले आत्म दर्शन करना था
निष्काम कर्म कोई किया नही
कुछ दान पुण्य क्या करना था
माँ का चिन्तन भी किया नही
बेमतलब का वक्त गवाता रहा
माँ के नाम से लौ लगा ना सका
तेरा लोक गया परलोक गया...

तू रोज कमा कर लाता रहा
और खाने वाले खाते रहे
जब काया निर्मल होने लगी
वो तुझको अाँख दिखाने लगे
जब चल-चल तेरी होने लगी
ईक पल कोई साथ बिठा ना सका
तेरा लोक गया परलोक गया...

जीवन मे काम हजार किये
कई कोठी बगंले तैयार किये
संग अपने सुन्दर नार लिए
कभी जीत लिऐ कभी हार लिऐ
अब चला अकेला दुनिया से
कोई साथी साथ निभा ना सका
तेरा लोक गया परलोक गया...

तेरा लोक गया परलोक गया
ये मानुष तन कुछ पा ना सका
ये मानुष तन कुछ पा ना सका
दुनिया भी तेरी बन ना सकी
ओ मैया को भी अपना ना सका

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