शंभू का आशिक शिव भजन लीरिक्स | Shambhu Ka Aashik Shiv Hindi Bhajan Lyrics |
शंभू का आशिक शिव भजन लीरिक्स
| Shambhu Ka Aashik Shiv Hindi Bhajan Lyrics |
में शंभू का आशिक
मेरे मुख मे सदाशिव
में वैरागी बनके घुमू
ये दुनिया से वाकिफ × 2
जय जय जय शिव
नाम लेके चलता हूं इस नरक लोक में
दानव दिमाग पर दिल में न खोट हे
लोग ये कहते के कलाकरी छोड दे
तो में आया
आगे मेरी जिंदगी को मोड के
खामियां निचोड़ के, कामयाबी ओढ़ के
रिश्ते मरोड़ के, जैसे गर्दन मरोड़ ते
में वो अपराधी जो भागा
फंदे को छोड़ के तू खोज ले
मैं जेसे खजाना
पाने से ज्यादा सिखा हे गवाना
लेके जिगर चलू जिधर चलू बिना फ़िकर
जमाने से में नहीं मुझसे जमाना
में शंभू का आशिको
मेरे मुख मे सदाशिव
में वैरागी बांके घुमू
ये दुनिया से वकिफ × 2
दम दम दम दम बाजे
तू देवोनो देव एमा शंका नई
विष्णु नी जोड़े आवे ब्रह्मा देव
ज्यारे भोलो करे तांडव ने जग फाटे
अघोर पंथ शाखा
में जुड़ा हू जबसे उड़ा हु तबसे
पलटा रुख हवा का
फिर बदला मेने आकार
ये जिंदगी का ना समीप आ
मे 30वी सदी का साधु और वो भी नागा
करी आंखे बंद और खोले कान
जैसे में रेगिस्तान में और मेरे सर पे चांद
पड़ा हू ठंडी रेत में
मुख पे एक ही नाम
क्या ? महाकाल
में शंभू का आशिक
मेरे मुख मे सदाशिव
में वैरागी बनके घुमू
ये दुनिया से वाकिफ × 2