Na Ghotu Bhang Tumhari Shiv Hindi Bhajan Lyrics | ना घोटू भांग तुम्हारी शिव हिंदी भजन लिरिक्स |
Na Ghotu Bhang Tumhari Shiv Hindi Bhajan Lyrics
| ना घोटू भांग तुम्हारी शिव हिंदी भजन लिरिक्स |
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी,
रोज रोज भँग पीणा तेरा ठीक नहीं भंडारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी…………
तेरी भाँग का साँग मेरे तो नहीं समझ में आवे,
चौबीस घंटे रवे नशे में, भाँग ही भाँग में रवे सै
इंद्राणी ब्रह्माणी लक्ष्मी हँसी उड़ावे म्हारीं,
आज ते पाछें भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी,
रे गौरा भाँग पीला दे ने, भाँग के घोटा ला दे ने,
सामंण का महीना आ ग्या, मेरा यो कहण पूगा दे ने…………..
कदे भाँग कदे चिलम कसूते, जम के खूब लगावे सै,
लाडू पेड़ा बरफी से ते क्यों भोळे नाक चढ़ावे सै,
मेरी एक सुणी ना भोळे मैं समझा समझा के हारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी……….
भोळा भोळा सब बोले पर तेरे जैसा कठोर नहीं,
मेरी बात पे भोळे नाथ तन्ने करी कदे भी गौर नहीं,
तेरे ते ब्याह करवाया था मेरी अकल गई थी मारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी,
रे गौरा भाँग पीला दे ने, भाँग के घोटा ला दे ने,
सामंण का महीना आ ग्या, मेरा यो कहण पूगा दे ने…………
भाँग छोड़ दे भोळे नाथ जी ज्यादा राड़ बढ़ावे सै,
मन्ने सुना आजकाल तन्ने भीमसेन भड़कावे से,
नशा बुरा होवे भोळे नाथ या कहती दुनियाँ सारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी,
आज ते पाछे भोलेनाथ ना घोटूँ भँग तुम्हारी…………