काशी के वासी है अविनाशी शिव हिंदी भजन लिरिक्स | Kashi Ke Vasi Hai Avinash Shiv Bhajan Lyrics |
काशी के वासी है अविनाशी शिव हिंदी भजन लिरिक्स
| Kashi Ke Vasi Hai Avinash Shiv Bhajan Lyrics |
काशी के वासी है अविनाशी,
दुःख भंगन सुख करता,
काशी के वासी है अविनाशी,
दुःख भंगन सुख करता,
विषधर रे शम्भू परनेश्वर अलख निरंजन करता,
दया के दृष्टि रखना हम पर,
हे भुतेश्वर बाबा हे भुतेश्वर बाबा,
हे भुतेश्वर बाबा बम बम हर हर भोले………
हर हर हर हर भोले,
विषयो से दूर हो तुम रिश्ता समेटे हुए,
माया का छोड़ हो तुम सर्प लपेटे हुए,
हर हर भोले हर हर भोले,
विषयो से दूर हो तुम रिश्ता समेटे हुए,
माया का छोड़ हो तुम सर्प लपेटे हुए,
आखो में है तप तेरे सर पे गंगा साजे है,
कानो में है कुण्डल और गले पे मुंड विराजे है,
आखो में है तप तेरे सर पे गंगा साजे है,
कानो में है कुण्डल और गलेपे मुंड विराजे है,
काशी के वासी है अविनाशी,
दुःख भंगन सुख करता,
विषधर रे शम्भू परनेश्वर अलख निरंजन करता,
दया के दृष्टि रखना हम पर,
हे भुतेश्वर बाबा हे भुतेश्वर बाबा,
हे भुतेश्वर बाबा बम बम हर हर भोले…….
देवो में महादेव तुम भोले बाबा ज्ञानी हो,
भक्तो का कल्याण करते बकङ बाबा दानी हो,
देवो में महादेव तुम भोले बाबा ज्ञानी हो,
भक्तो का कल्याण करते बकङ बाबा दानी हो,
भांग धतूरा बड़े चाव से जो तुजको चढ़ाते है,
तेरी शरण में जोभी आते दुःख सरे मिट जाते है,
भांग धतूरा बड़े चाव से जो तुजको चढ़ाते है,
तेरी शरण में जोभी आते दुःख सरे मिट जाते है,
काशी के वासी है अविनाशी,
दुःख भंगन सुख करता,
विषधर रे शम्भू परनेश्वर अलख निरंजन करता,
दया के दृष्टि रखना हम पर,
हे भुतेश्वर बाबा हे भुतेश्वर बाबा,
हे भुतेश्वर बाबा बम बम हर हर भोले……