Ganga Dharan Teri Sharan Shiv Hindi Bhajan Lyrics | गंगा धरण तेरी शरण शिव हिंदी भजन लिरिक्स |
Ganga Dharan Teri Sharan Shiv Hindi Bhajan Lyrics
| गंगा धरण तेरी शरण शिव हिंदी भजन लिरिक्स |
गंगा धरण तेरी शरण,
तेरे पुजारी आये,
और कही जाना नही,
होके दयालु देखो ज़रा,
गंगा धरण तेरी शरण,
तेरे पुजारी आये,
और कही भी जाना नही,
होके दयालु देखो बाबा……
देखो इधर भक्तो के सर,
कष्टों के बादल छाये,
और कही भी जाना नही,
होके दयालु देखो बाबा,
गंगा धरण तेरी शरण………
वासी ओ कैलाश के अब विनती हमारी मान लो,
हर पग कांटे है बिछे हर दिल की पीड़ा जान लो,
इन दुखियों को तो आसरा ना तेरे सिवा कोई दूसरा,
सबको है देखा अच्छी तरह परखा,
दुःख में ना देता कोई साथ है साथ है,
नाते सब छोड़ गये रिश्तों को तोड़ गये,
सबने छुड़ा लिया हाथ है हाथ है,
और कही भी जाना नही,
होके दयालु देखो बाबा,
गंगा धरण तेरी शरण…………..
शरणागत की हे प्रभु,
अब झोली भर दो आस की,
बुझने देना ना कभी ये ज्योति दृढ-विश्वास की,
हम दीन बड़े हमे ढक भी लो,
अब लाज हमारी रख भी लो,
भक्तो के हित कर केवट बन कर,
सदा सदा तुम ही हो तारते तारते,
भाग्य के मारो की नित ही हज़ारो की,
बिगड़ी हो तुम ही सवारते सवारते,
और कही भी जाना नही,
होके दयालु देखो बाबा,
गंगा धरण तेरी शरण……….
तेरे पुजारी आये,
और कही भी जाना नही,
होके दयालु देखो बाबा,
गंगा धरण तेरी शरण,
होके दयालु देखो बाबा,
गंगा धरण,
होके दयालु देखो बाबा,
तेरी शरण…………..