चिंता हरण तू है शिव हिंदी भजन लिरिक्स | Chinta Haran Tu Hai Shiv Bhajan Lyrics |
चिंता हरण तू है शिव हिंदी भजन लिरिक्स
| Chinta Haran Tu Hai Shiv Bhajan Lyrics |
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
भक्तों का रक्षक पापों का भक्षक
भक्तों का रक्षक पापों का भक्षक
करुणा का तू तो है अवतार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
श्रद्धा के भाव से तुझको जो खींचे
उड़के तू उस ओर जाता
सच्चे पुजारी सदाचारी के -संकट है पल में मिटाता
भक्ति के दो फूल करता जो अर्पण
भक्ति के दो फूल करता जो अर्पण
कर देता उस पे तू उपकार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
जिसको अभयदान तुझसे है मिलता
उसको न कोई भी मारे
आंधी से वो ना डरेगी रे नइया जिसको तू खुद आपता रे
भक्ति तुम्हारी से भक्तों के सपने
भक्ति तुम्हारी से भक्तों के सपने
होते हैं घड़ियों में साकार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
मन से मनन जिसने तेरा किया है
उसके तू सिद्ध कार करता
भर देता धन से तू घर बार उसका
किसी का ना मोहतार करता
वो तेरे संग ना टिकता घडी भर
वो तेरे संग ना टिकता घडी भर
करता जरा जो अहंकार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर
भक्तों का रक्षक पापों का भक्षक
करुणा का तू तो है अवतार शंकर
चिंता हरण तू है ओंकार शंकर
मंगल करण तू है ओंकार शंकर