लीलण म्हारी जाइजे जाइजे भजन लीरिक्स | आकृति मिश्रा | Lilan Mhari Jaije Jaije Bhajan Lyrics | Aakriti Mishra

लीलण म्हारी जाइजे जाइजे भजन लीरिक्स | आकृति  मिश्रा |
 Lilan Mhari Jaije Jaije Bhajan Lyrics | Aakriti Mishra

लीलण म्हारी जाइजे जाइजे ,गढ़ खरनाले शहर।
कोई गढ खरनाले शहर।
भाभल ने निवण देवजे।

ओ तेजाजी कैया जावा,खाली म्हारी पीठ।
कोई सुनी म्हारी पीठ।
मावड़ली देशी ओळबा।

ओ लीलण म्हारी कहिजे कहिजे ,साचोडा समचार।
तू तो साचोडा समचार।
नजरा सु देखी केवजो।

ओ तेजाजी ऐडा काई ,लिखिया विधाता लेख।
म्हारा लिखिया विधाता लेख।
तेजल सु छेटी में पड़ा।

ओ लीलण म्हारी राखो राखो ,मनड़ा माहि धीर।
कोई हिवड़ा माहि धीर।
स्वर्गा में मिलसी जिवडा।

ओ तेजाजी था बिन ,म्हारे जीवन को नहीं सार।
म्हारे जीवन को नहीं सार ।
लीलण भी संग में चालसी।

ओ लीलण म्हारी में थारो चंदो ,तू म्हारी है चकोर।
म्हारे काळजिया री कोर।
मानु में थाने जिव री जड़ी।

ओ लीलण म्हारी मत ना तू तो ,आसुडा ढलकाय।
मत आसुडा ढलकाय।
तेजल रो कापे जिवडो।

लीलण म्हारी जाइजे जाइजे ,गढ़ खरनाले शहर।
कोई गढ खरनाले शहर।
भाभल ने निवण देवजे।

Lilan Mhari Jaije Jaije Bhajan Lyrics | Aakrati Mishra | Veer Tejaji Ji Ke bhajan | लीलण म्हारी जाइजे जाइजे भजन लीरिक्स | आकृति  मिश्रा | वीर तेजाजी के भजन |

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